मार्च से लगे लॉकडाउन की वजह से भले ही वायु प्रदूषण के स्तर में कमी आई है लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 की पहली छमाही यानि इस साल अब तक राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण की वजह से 24000 लोगों की जान जा चुकी है. IQAir AirVisual और Greenpeace साउथ ईस्ट एशिया के नये ऑनलाइन टूल से की गई स्टडी में इसका खुलासा हुआ है. इसके साथ ही दिल्ली को 26,230 करोड़ रुपये का नुकसान भी वायु प्रदूषण की वजह से झेलना पड़ा है जो कि यहां की GDP का लगभग 5.8 प्रतिशत है. रिपोर्ट के मुताबिक ये दुनिया के 28 बड़े शहरों में वायू प्रदूषण के कारण जीडीपी में हुआ सबसे बड़ा नुकसान है. मुंबई की बात करें तो वहीं वायु में 2.5 पीएम के कण और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड से होने वाले प्रदूषण से लगभग 14,000 लोगों की मौत हुई है, जबकि 1 जनवरी 2020 से अब तक यहां की जीडीपी को प्रदूषण से करीबन 15,750 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.