किसान बिल और विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किए जाने के मुद्दे पर विपक्ष भड़का हुआ है. सोमवार को कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर कई आरोप लगाए. कांग्रेस ने कहा कि संसद में संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार को किसानों से कोई लेना देना नहीं है, वह अपने चंद फाइनेंसर को बचाने में लगी है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश की संसद को गुजरात के तानाशाह मॉडल में कन्वर्ट कर दिया है. कांग्रेस की ओर से सवाल किया गया कि काले कानूनों पर मत विभाजन क्यों नहीं कराया गया, ये मांग क्या असंसदीय है? क्या मार्शल के द्वारा सांसदों को धक्के मारना, राज्यसभा टीवी की आवाज बंद कर देना और उपसभापति के खिलाफ प्रस्ताव को खारिज करना संसदीय है?