कांग्रेस ने अब बीजेपी और उसकी संरक्षक आरएसएस को उन्हीं के तौर तरीकों से मात देने की तैयारी शुरू की है. गुरुवार को हुई कांग्रेस की बैठक में जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने की जरुरत महसूस की गई. इस काम के लिए पार्टी ने ऐसे लोगों की टीम खड़ा करने की तैयारी की है, जो घर घर जा कर पार्टी की नीतियों का प्रचार प्रसार करेंगे. शुरू में पार्टी ने ऐसे लोगों को 'प्रेरक' का नाम दिया, लेकिन इसे संयोग ही माना जाएगा की संघ की तरफ से ऐसी भूमिका निभाने वालों को 'प्रचारक' कहा जाता है. लिहाजा किसी विवाद से बचते हुए पार्टी ने अब प्रेरक की जगह सहयोगी या कोऑर्डिनेटर शब्द का इस्तेमाल करने का मन बनाया है.