मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने मिडल ईस्ट में शांति स्थापित करने की कोशिश में नया 'मिडल ईस्ट प्लान' पेश किया है. साथ ही इसे इजरायल और पैलेस्टीन के बीच शांति स्थापित करने के लिए बड़ा कदम भी बताया. इस मौके पर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी मौजूद थे, जिन्होंने इस पॉलिसी को ऐतिहासिक करार दिया. ट्रंप के इस पीस प्लान को पैलेस्टीन पहले ही ये कह कर नकार चुका है कि उसके लोगों के अधिकार बिकाऊ नहीं हैं. ट्रंप ने ये भी कहा कि पैलेस्टीन की शांति और समृद्धी के लिए ये आखिरी मौका हो सकता है. वहीं दूसरी ओर ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने ट्रंप के इस पीस प्लान को बुरा सपना बताया है.