मध्यप्रदेश में शिक्षा (Education in Madhya Pradesh) की गुणवत्ता सुधारने के लिए सरकारी स्कूलों (MP Government schools) को हाईटेक बनाया जा रहा है. लेकिन दूसरी हकीकत ये है कि प्रदेश के 115 सरकारी स्कूलों में एक भी शिक्षक (Shortage of teachers in MP) नहीं है. जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई लिखाई ठप्प हो गई और भविष्य अधंकार में धकेला जा रहा है. इनमें विदिशा, गुना और राजगढ़ जिले के स्कूल शामिल है. ये हाल तब है जब वार्षिक परीक्षाओं में कुछ ही महीने का समय बचा है. ऐसे में स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र और उनके अभिभावक दोनों ही परेशान हैं.
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24 हजार शिक्षकों को मनचाहा तबादला
दरअसल, प्रदेश में शिक्षकों के इस 'आपातकाल' का कारण मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग में हुए एकमुश्त तबादलें हैं. शिक्षा विभाग में तबादलों की प्रक्रिया के दौरान 24 हजार से ज्यादा शिक्षकों के ट्रांसफर हुए. थोकभाव में हुए तबादलों की वजह से मध्य प्रदेश के कई स्कूल शिक्षक विहिन हो गए हैं.
स्कूल शिक्षा विभाग ने 22 अक्टूबर 2022 को नई ट्रांसफर नीति 2022 के तहत शिक्षकों के ट्रांसफर आदेश जारी कर दिए थे. दैनिक भास्कर के अनुसार कुल 43 हजार 118 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए थे. स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार 9 हजार 681 प्राथमिक शिक्षक, 8 हजार 96 माध्यमिक शिक्षक, 3 हजार 835 उच्च माध्यमिक शिक्षक और अन्य 1 हजार 923 शिक्षकों के ट्रांसफर किए गए हैं.