भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा हुआ है। देश को पहला स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत सौंप दिया गया है। कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड यानी CSL ने इसे इंडियन नेवी के हवाले कर दिया है। यानी एयरक्राफ्ट कैरियर की डिलीवरी हो गई। पिछले साल अगस्त में एयरक्राफ्ट कैरियर के चौथे समुद्री ट्रायल्स हुए थे। 1971 में पाकिस्तान के साथ जंग में आईएनएस विक्रांत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लिहाजा आईएनएस विक्रांत के सम्मान में ही स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत का नाम आईएसी विक्रांत रखा गया है। तो अब आपको बताते हैं कि आईएसी विक्रांत की ए टू जेड डिटेल।