भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की नवनिर्वाचित इकाई ने भूपेंद्र सिंह बाजवा के नेतृत्व वाली एड-हॉक कमेटी द्वारा लिए गए सभी फैसलों को गुरुवार को रद्द कर दिया. एड-हॉक कमेटी ने हाल ही में ओलंपिक चयन मानदंडों को बदल दिया था और जयपुर में सीनियर नेशनल चैंपियनशिप की मेजबानी की घोषणा की थी. डब्ल्यूएफआई चुनाव जीतने के कुछ घंटों बाद 15 निर्वाचित सदस्यों में से 13 ने शहर के एक होटल में मुलाकात की और आगे की रणनीति पर चर्चा की.
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नए महासचिव प्रेम चंद लोचब और वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह कादियान बैठक में शामिल नहीं हुए. दोनों अनिता श्योराण के गुट से हैं जो 15 में से दो पद पर ही विजयी रहा. डब्ल्यूएफआई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, 'एड-हॉक कमेटी ने घोषणा की थी कि सीनियर नेशनल चैंपियनशिप जनवरी में जयपुर में आयोजित की जाएगी लेकिन इस फैसले को रद्द कर दिया गया है. वास्तव में एड-हॉक कमेटी द्वारा लिए गए सभी फैसले रद्द कर दिए गए हैं.'
सूत्र ने कहा, 'एड-हॉक कमेटी ने जिस ओलंपिक चयन ट्रायल मापदंड की घोषणा की थी वह खरा नहीं उतरता. हम 28 से 30 दिसंबर तक गोंडा में अंडर-15 और जूनियर नेशनल चैंपियनशिप की मेजबानी करेंगे.' नवनिर्वाचित महासंघ की पहली आम सभा (जीबीएम) 11 या 12 जनवरी 2024 को नई दिल्ली में होगी.
बाजवा के नेतृत्व वाली एड-हॉक कमेटी ने हाल ही में घोषणा की थी कि पहलवानों द्वारा जीता गया ओलंपिक कोटा उस विशेष पहलवान का नहीं बल्कि देश का होगा और कोटा जीतने वाले पहलवान को भी 2024 पेरिस खेलों की भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए चयन ट्रायल से गुजरना होगा.
बाजवा के नेतृत्व में एड-हॉक कमेटी इस साल चार मई को अस्तित्व में आई और इसका गठन संकटग्रस्त डब्ल्यूएफआई के दैनिक कामकाज के संचालन के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा किया गया था. खेल मंत्रालय ने आईओए को डब्ल्यूएफआई के संचालन के लिए एड-हॉक कमेटी बनाने का निर्देश दिया था.