पूरे विश्व में कोरोनावायरस (Coronavirus) के एक करोड़ से ज्यादा नए मामले समाने आए हैं. इस बार कोरोना वायरस का एक नया वैरिएंट डेल्टाक्रॉन (Deltacron Variant) सामने आया है. यह नया वायरस डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) से मिलकर बना है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कुछ यूरोपीय देशों फ्रांस, नीदरलैंड और डेनमार्क में इस नए वैरिएंट के कुछ मामले सामने आए हैं. इस वैरिएंट से पीड़ित होने वाला शख्स एक समय में डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों से संक्रमित हो सकता है.
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डेल्टाक्रॉन वैरिएंट का मामला पहली बार 2022 जनवरी में आया था, जब साइप्रस के एक शोधकर्ता ने कोरोनावायरस के एक नए स्ट्रेन का पता लगाया था. वैज्ञानिकों का मानना है कि इस वैरिएंट की बॉडी डेल्टा से बनी है और स्पाइक ओमिक्रॉन से.
यूरोप की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी फिलहाल डेल्टाक्रॉन को मॉनिटर कर रही हैं. कोरोना के इस नए वैरिएंट के नए लक्षण को लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. NHS की जानकारी के मुताबिक ये कुछ ऐसे लक्षण हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है.
डेल्टाक्रॉन के लक्षण
- तेज बुखार
- बहती नाक
- सिरदर्द
- गले में खराश
- कफ
- उल्टी
- डायरिया
- सांस में दिक्कत
- मांसपेशियों या शरीर में दर्द
- सुंघने की क्षमता कम या खत्म हो
हालांकि भारत में डेल्टाक्रॉन के मामले नहीं देखे गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को अफसरों से इस नए वैरिएंट की रिपोर्ट्स पर नजर रखने को कहा है. भारत में कोरोना संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग करने को भी कहा गया है ताकि इस वैरिएंट के बारे में पता लग सके.
डेल्टाक्रॉन से बचने के लिए क्या करें
वायरस के प्रसार को रोकने के लिए COVID-उपयुक्त नियमों का पालन करना सबसे अच्छा तरीका है. मास्क पहननें, सामाजिक दूरी बनाए रखने और हाथों की उचित स्वच्छता का पालन कर ही इस वायरस के विकसित होने की संभावनाओं को कम किया जा सकता है.