रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को मिलिट्री ऑपरेशन रोकने का आदेश दिया था. पुतिन ने ऐसा यूक्रेन की ओर से बातचीत की पेशकश की संभावना को देखते हुए किया था. हालांकि ऐसा कुछ नहीं होने पर शनिवार दोपहर फिर से ऑपरेशन शुरू करने के आदेश दे दिए गए. ऐसा तब किया गया जब कीव ने बातचीत से साफ इनकार कर दिया. रूस की समाचार वेबसाइट Sputnik News के हवाले से यह खबर प्रकाशित की गई है. इसी बीच रूस के रक्षा मंत्रालय का बयान आया है जिसमें यूक्रेन पर चारों ओर से हमले तेज करने की बात कही गई है.
उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख मिखाइल पोडोल्याक ने रूस पर आरोप लगाया कि रूस का यह दावा मनगढ़ंत है कि किसी तरह की बातचीत की पेशकश यूक्रेन की तरफ से की गई है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रेस सचिव दिमित्री पेस्कोव ने कहा था कि व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन से बातचीत के लिए युद्ध रोकने के लिए कहा था लेकिन यूक्रेन ने इससे इनकार कर दिया. इसे लेकर मिखाइल ने कहा कि हमने किसी वार्ता से इनकार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन और राष्ट्रपति जेलेंस्की रूसी पक्ष की किसी भी शर्त को खारिज करते रहे हैं.
रूसी हमले के बाद यूक्रेन को मदद की आस अमेरिका और नाटो सदस्य देशों से थी. हालांकि, अमेरिका ने एक बड़ा ऐलान करते हुए यूक्रेन को मदद दी है. यूएस के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को कहा कि अमेरिकी रक्षा विभाग यूक्रेन को तत्काल सैन्य सहायता में अतिरिक्त 350 मिलियन डॉलर की मदद करेगा.
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