भारत ने मिसाइल क्षेत्र में एक और मुकाम हासिल किया है. शुक्रवार को एंटी-रेडिएशन मिसाइल रूद्रम की सफल टेस्टिंग कर ली गई. लड़ाकू विमान सुखोई-30 से इसका परीक्षण किया गया. इस मिसाइल को DRDO ने विकसित किया है. 'रूद्रम' अपने तरह की एक अलग मिसाइल है. जिसे लड़ाकू विमान मिराज 2000, जगुआर, तेजस और तेजस मार्क 2 में भी लैस किया जा सकता है.
दुश्मन की वायु रक्षा व्यवस्था को नष्ट करने के उद्देश्य से बनाई गई ये मिसाइल अलग-अलग ऊंचाई वाली जगहों से दागी जा सकती है.
सेना के मुताबिक एंटी सबमरीन वॉरफेयर अभियान में ये मिसाइल काफी उपयोगी साबित होगी. सीमा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच इन मिसाइलों की टेस्टिंग काफी अहम मानी जा रही है.