‘जय श्री राम' का नारा बंगाली संस्कृति से नहीं जुड़ा है: अमर्त्य सेन

Updated : Jul 06, 2019 09:14
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Editorji News Desk
‘जय श्री राम' का नारा बंगाली संस्कृति से नहीं जुड़ा है. यह बात नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने कही है. उन्होंने कहा कि ‘मां दुर्गा' के जयकारे की तरह ‘जय श्रीराम' का नारा बंगाली संस्कृति से नहीं जुड़ा है और इसका इस्तेमाल ‘‘लोगों को पीटने की बहाने' के तौर पर किया जाता है. अमर्त्य सेन ने जादवपुर विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में कहा कि ‘माँ दुर्गा’ ही बंगालियों के जीवन में सर्वव्यापी है. उन्होंने कहा कि आज कल राम नवमी ‘‘लोकप्रियता हासिल' कर रही है और उन्होंने पहले कभी इसके बारे में नहीं सुना था.
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