मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन हंगामेदार रहा. लोकसभा में JNU छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई, कश्मीर में लगी पाबंदियां और गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाने के मुद्दे पर विपक्ष ने जमकर विरोध और हंगामा किया. राज्यसभा में भी इन मुद्दों पर इतना हंगामा हुआ कि सभापति नायडू को दोपहर दो बजे तक के लिए सदन को स्थगित करना पड़ा. सीपीआई के राज्यसभा सांसद बिनॉय विस्वान ने जेएनयू मामले में ऊपरी सदन में कार्यस्थगन नोटिस डाला. राम गोपाल यादव ने जेएनयू पर कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम भी छात्रों के साथ आंदोलन के लिए सड़कों पर उतर जाएंगे. तो वहीं लोकसभा में लेफ्ट, BSP, Cong और दूसरे दलों ने JNU का मुद्दा उठाया तो TMC और कांग्रेस ने कश्मीर के मुद्दे पर सरकार को घेरा. लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने 'तानाशाही बंद करो' 'बदले की राजनीति बंद करो' और 'वी वांट जस्टिस' के नारे लगाते हुए वेल में पहुंच गए. नारेबाजी के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल की कार्रवाई को आगे बढ़ाया. कांग्रेस ने एसपीजी सुरक्षा हटाने को लेकर भी जमकर हंगामा किया, और इन तीनों मुद्दों पर लोकसभा से वाकआउट किया. दोपहर बाद विपक्ष के नेताओं ने राज्यसभा के सभापति से मुलाकात कर जेएनयू प्रदर्शन पर चर्चा की मांग भी की.