एक नई स्टडी के मुताबिक, अपने पसंदीदा संगीत को लगातार सुनने से ब्रेन प्लास्टिसिटी बढ़ती है, उनलोगों में जो बढ़ती उम्र के साथ दिमागी क्षमता या शुरुआती अल्ज़ाइमर्स को झेल रहे हैं. ये स्टडी जर्नल ऑफ अल्ज़ाइमर्स डिज़ीज़ में छापी गई थी.
बता दें कि न्यूरोप्लास्टिसिटी दिमाग की वो क्षमता है जिससे वो कुछ नया सीखने या तनाव के अनुभव या किसी चोट के बाद नए तंत्रिका मार्ग बनाता है. हर एक तंत्रिका मार्ग न्यूरॉन्स का एक समूह होता है जो मस्तिष्क के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ता है जिसके ज़रिये मस्तिष्क प्रभावी रूप से कार्य करने के लिए सक्षम होता है.
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स्टडी के लिए, रिसर्चर्स ने 14 प्रतिभागियों की जांच की जिन्होंने अपनी पसंदीदा गानों की प्लेलिस्ट सुनी. ये लोग तीन हफ्ते हर रोज़ एक घंटा संगीत सुनते थे. ब्रेन फंक्शन और ब्रेन स्ट्रक्चर में बदलाव का पता लगाने के लिए रिसर्चर्स की टीम ने प्रयोग से पहले और बाद में एमआरआई स्कैन भी किया.
टीम ने गहन चिंतन कार्यों के लिए दिमाग के कंट्रोल सेंटर में एक प्रभावी बदलाव पाये. जिसके बाद उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि संगीत सुनना आपके लिए फायदेमंद है, जो व्यक्तिगत रूप से न्यूरल कनेक्टिविटी और दिमागी क्षमता की गिरावट (cognitive decline) के शुरुआती चरण में लोगों में मस्तिष्क की प्लास्टिसिटी को बढ़ाता है.
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