रेटिंग एजेंसी मूडीज से गुरुवार को एक बार फिर मोदी सरकार को आर्थिक मोर्चे पर झटका लगा है. रेटिंग एजेंसी ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 5.8 फीसदी से घटाकर 5.6 फीसदी कर दिया है. बता दें कि अक्टूबर में ही मूडीज ने ग्रोथ रेट अनुमान को 6.2 फीसदी से घटाकर 5.8 फीसदी किया था. मूडीज ने भारत की इकोनॉमी के मौजूदा हाल पर चिंता जाहिर करते हुए अनुमान जताया है कि 2020 में विकास दर 6.6 फीसदी और 2021 में 6.7 फीसदी रहेगी. मूडीज की रिपोर्ट के मुताबिक 2018 के मध्य से ही भारत की जीडीपी कम हुई है, जो अनुमान से ज्यादा लंबे समय तक चल रही है. इसके कारण विकास दर आठ फीसदी से खिसककर दूसरी तिमाही में पांच फीसदी पर आ गई. बेरोजगारी बढ़ने का असर भी विकास दर में देखने को मिल रहा है. मांग में कमी के चलते फैक्ट्रियों में उत्पादन काफी कम हो गया, जिसके चलते कई सेक्टर की हालत खराब हो गई है.