होम लोन मुहैया कराने वाली कंपनी DHFL के प्रमोटर कपिल वधावन कर्ज नहीं चुका पाने के कारण अप्रैल से जेल में बंद हैं. अब वधावन ने ये कहते हुए खुद को रिहा करने की गुहार लगाई है कि वो अपनी करीब 44 हजार करोड़ रुपये की पारिवारिक संपत्ति बैंकों को देने के लिए तैयार हैं. उनका कहना है कि इससे बैंकों का बकाया लोन चुकाया जा सकता है. आपको बता दें कि DHFL पर करीब 90 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है. उन्होंने परिवार के रीयल एस्टेट पोर्टफोलियो की कई परियोजनाओं के अधिकार और हिस्सेदारी को ट्रांसफर करने का प्रस्ताव रखा है और कहा है कि इससे DHFL का कर्ज आसानी से निपट सकेगा. आपको बता दें कि कपिल वधावन और उनके भाई धीरज वधावन को अप्रैल में ही मनी लॉड्रिंग समेत कई आरोपों में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था.