तमाम कोशिशों के बावजूद पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानि FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर नहीं निकल सका है. मंगलवार को रिव्यू ग्रुप की बैठक में पाकिस्तान पर चर्चा हुई जिसमें पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में नहीं डाला गया, पर उसे ये कहा गया कि वो एंटी टेरर कानूनों को और सख्त बनाए. खबरों के मुताबिक तुर्की और मलेशिया ने यहां पाकिस्तान का समर्थन किया. भारत लगातार कहता रहा है कि पाकिस्तान लश्कर, जैश और हिजबुल जैसे आतंकवादी समूहों को नियमित रूप से समर्थन करता है. आपको बता दें कि आतंकवादी गुटों को समर्थन देने के आरोपों में FATF ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाला था और उसे ब्लैक लिस्ट में जाने से खुद को बचाने के लिए 27 सूत्रीय एक्शन प्लान सौंपा था. पाक ने कहा है कि वह इनमें से 14 बिन्दुओं पर अमल कर चुका है, जबकि 11 और पर काम चल रहा है. हाल ही में पाकिस्तान की एंटी टेरर कोर्ट ने आतंकी हाफिज सईद को साढ़े पांच साल की सजा सुनाई थी.