आयरन-नाइट्रोजन का बेहतरीन स्रोत पालक न सिर्फ इंसान बल्कि बैटरी में भी ऊर्जा का संचार करने में सक्षम पाया गया है. स्मार्टफोन से लेकर इलेक्ट्रिक कार के पहियों तक में इसकी मदद से जान फूंकना संभव है.
अमेरिकन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पालक को ‘कार्बन नैनोशीट’ में तब्दील करने में कामयाबी दर्ज की. ये सूक्ष्म परतें फ्यूल सेल से प्राप्त रासायनिक ऊर्जा को बिजली में बदलने वाली बैटरी में ‘ऑक्सीजन रिडक्शन’ को रफ्तार देने की क्षमता रखती हैं. पालक से निर्मित ‘कार्बन नैनोशीट’ न सिर्फ प्लैटिनम आधारित कैटलिस्ट से बेहतर प्रदर्शन करती हैं, बल्कि बेहद सस्ती, टिकाऊ और ईको-फ्रेंडली भी होती हैं.