ताकत जब कमजोरी बन जाए तो टेंशन का बढ़ना लाजमी हो जाता है.. टीम इंडिया के टॉप 3 जो सालों से उसकी सबसे बड़ी ताकत रहे हैं, न्यूजीलैंड में कमजोर कड़ी बने हैं. रोहित और शिखर की गैर हाजिरी में टीम की ओपनिंग का जिम्मा संभाल रहे पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल वनडे सीरीज़ में बुरी तरह फ्लॉप हुए हैं. वनडे सीरीज़ की 3 पारियों में 12 की मामूली औसत से रन बनाने के साथ मयंक अग्रवाल ने न्यूज़ीलैंड में खेली पिछली 10 पारियों में सिर्फ 16.6 की औसत से ही रन बनाए हैं. वहीं, पृथ्वी ने वनडे सीरीज़ में 28 की साधारण औसत से 84 रन बनाए हैं. टीम इंडिया की यही ओपनिंग जोड़ी वनडे के बाद अब टेस्ट सीरीज़ में भी पारी की शुरुआत करती दिखेगी. यानी हालात टेंशन देने वाले हैं. वैसे ये टेंशन नंबर 3 पर खेलने वाले विराट कोहली की वजह से और बड़ी दिखती है. न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मौजूदा वनडे सीरीज़ में विराट कोहली सिर्फ 75 रन ही बना सके हैं, जो कि बतौर कप्तान किसी बाइलेटरल सीरीज़ में उनके बनाए सबसे कम रन हैं. ये लगातार तीसरी सीरीज़ भी रही, जिसमें विराट ने शतक नहीं जड़ा. साफ है सफेद लिबास वाले क्रिकेट सीरीज़ से पहले समस्या गंभीर है और जिस पर टीम इंडिया को काम करने की जरुरत है.