पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ बीजेपी के नबन्ना चलो मार्च ने गुरुवार को हिंसक रूप ले लिया. आरोप है कि कोलकाता और हावड़ा जिले में प्रदर्शन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों पर बम और ईंटें फेंके, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठीचार्ज और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया और प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे. इस झड़प में कई बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए. प्रदर्शन के दौरान अर्जुन सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, लॉकेट चटर्जी और मुकुल रॉय जैसे बड़े नेता भी मौजूद थे.
दरअसल, कानून-व्यवस्था और सात सूत्री मांगों के साथ पार्टी की युवा शाखा ने चार क्षेत्रों से मार्च का आयोजन किया था. वहीं महामारी के तहत राज्य सरकार ने किसी भी बड़ी सभा की इजाजत नहीं दी है और सिर्फ 100 लोगों को शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक रैलियों की इजाजत है. इसके अलावा ममता सरकार ने ये भी घोषणा की सैनिटाइजेशन प्रॉसेस के लिए नबन्ना 8 अक्टूबर से दो दिनों के लिए बंद होगा.