टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को 'पैसे लेकर सवाल पूछने' के मामले में लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मोइत्रा के निष्कासन का प्रस्ताव पेश किया जिसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी.
लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की थी.
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे और उपहार लेने का आरोप लगाया था.
निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ ने उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी के व्यवसायिक हितों की रक्षा करने के लिए सवाल पूछा.
महुआ मोइत्रा ने कहा कि एथिक्स कमेटी के पास निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है. यह बीजेपी के अंत की शुरुआत है.
महुआ मोइत्रा ने कहा जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया गया है, वह दर्शाता है कि अडानी कितना महत्वपूर्ण है.