दिल्ली में हुई JDU की कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह के इस्तीफे बाद नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव पेश किया गया जिसे कार्यकारिणी ने स्वीकार कर लिया.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार तीन साल बाद एक बार फिर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं.
2016 में शरद यादव की जगह पहली बार नीतीश कुमार पार्टी अध्यक्ष बने. 2020 तक पार्टी प्रमुख की कमान नीतीश कुमार के पास ही रही.
2020 में नीतीश कुमार ने पार्टी प्रमुख का पद छोड़ा और आरसीपी सिंह को पार्टी अध्यक्ष बनाया.
आरसीपी सिंह पर बीजेपी के करीबी का आरोप लगाते हुए ललन सिंह को 2022 में दी पार्टी की कमान.
जेडीयू की कमान संभालने का फैसला लेकर नीतीश कुमार ने गठबंधन के नेताओं और आरजेडी को संदेश देने की कोशिश की है.
नीतीश कुमार के अध्यक्ष बनने के प्रस्ताव के साथ ही लोगों ने 'गठबंधन को जीत चाहिए तो नेता नीतीश चाहिए' के नारे भी लगे.