कानपुर का हिस्ट्रीशीटर और 5 लाख का इनामी बदमाश आखिरकार शुक्रवार सुबह कानपुर में मारा गया. विकास दुबे गुरुवार सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार हुआ था. खबरों की मानें तो विकास ने खुद ही अपने सरेंडर का प्लान बनाया. क्योंकि उसे अपने ही एनकाउंटर का डर सताने लगा था. 2 जुलाई को बिकरू गांव हत्याकांड के बाद से ही विकास फरार था और 7 दिनों बाद पुलिस की तलाश खत्म हुई. लेकिन इस बीच क्या क्या हुआ और विकास के और कितने साथियों पर एक्शन हुआ...जानिए एक साथ सबकुछ
यूं ढह गया विकास का साम्राज्य
-2 जुलाई को विकास की गिरफ्तारी के लिए बिकरू गांव में 3 थानों की पुलिस ने दी दबिश
-उसी रात घात लगाकर बैठे विकास की गुर्गों ने 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी
-3 जुलाई को पुलिस ने विकास के सहयोगी अतुल दुबे और मामा का एनकाउंटर किया
-3 जुलाई को ही 60 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, विकास पर इनाम का ऐलान
-5 जुलाई को पुलिस की गोली लगने से विकास का नौकर दयाशंकर जख्मी हुआ
-दयाशंकर ने बताया विकास ने पहले से प्लानिंग कर पुलिसकर्मियों पर हमला किया
-6 जुलाई को पुलिस ने अमर दुबे की मां क्षमा दुबे और दयाशंकर की पत्नी को पकड़ा
-8 जुलाई को STF ने विकास के करीबी अमर दुबे को एनकाउंटर में ढेर किया
-8 जुलाई को ही प्रभात मिश्रा समेत 10 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया
-गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ में उगले राज, ट्रक से फरीदाबाद गया था विकास
-9 जुलाई को पहले प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे एनकाउंटर में मारे गए
-9 जुलाई को ही विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार हुआ
-9 जुलाई रात को UP STF की टीम विकास दुबे को लेकर कानपुर के लिए निकली
-10 जुलाई सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर विकास ने पुलिसकर्मियों के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की
-उसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने विकास दुबे को मुठभेड़ में मार गिराया