दिल्ली में आम आदमी पार्टी के महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट मोहल्ला क्लीनिक को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. आरोप है कि मोहल्ला क्लीनिक में सर्दी-खांसी के लिए मिली दवा से तीन बच्चों की दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई. .
बाद में बवाल बढ़ने पर केजरीवाल सरकार भी एक्शन में आई और आरोपी 3 डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया. दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि इस मामले में सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं. दिल्ली सरकार ने CDMO डॉ. गीता की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय कमेटी बनाई है. कमेटी अगले 7 दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी.
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बताया गया है कि तीनों बच्चों की मौत एक ही दवा से हुई है, जो उन्हें तीन अलग-अलग मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों ने प्रिस्क्राइब की थी. खबरों के मुताबिक ये दवा कुल 16 बच्चों को दी गई थी. हालत बिगड़ने पर उन्हें लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के कलावती सरन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. इन बच्चों को जो दवा दी गई, उसका नाम डेक्स्ट्रोमेथॉर्फन (Dextromethorphan) है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये दवा अधिक खांसी होने पर दी जाती है लेकिन इसका इस्तेमाल 4 साल से कम उम्र के बच्चों पर नहीं किया जा सकता.