पिछले 4 सालों में पौने 7 लाख लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ दी है. गृह मंत्रालय की ओर से मंगलवार को लोकसभा में जानकारी दी गई कि साल 2015 से लेकर 2019 के बीच 6.76 लाख से ज्यादा लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी है और दूसरे देशों की नागरिकता ली है. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में ये भी कहा कि कुल 1,24,88,395 भारतीय नागरिक दूसरे देशों में रह रहे हैं. जिनमें से 37 लाख लोगों के पास ओसीआई यानि ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया कार्ड है. हालांकि गृह मंत्री ने ये साफ किया कि सरकार दोहरी नागरिकता के किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है.