पाकिस्तान के साथ बातचीत को लेकर अब नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने भी पैरवी की है. उन्होंने कहा कि यह सच है कि आतंकवाद अभी भी मौजूद है. उन्होंने कहा कि वे गलत हैं जो कहते हैं कि आंतकवाद समाप्त हो गया है. अगर हम आतंकवाद को खत्म करना चाहते हैं, तो हमें अपने पड़ोसियों से बात करनी चाहिए. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे वाजपेयी की टिप्पणी याद है कि दोस्त बदले जा सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं. बता दें महबूबा मुफ्ती ने भी जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली के लिए पाकिस्तान से बात करने की वकालत की है. महबूबा ने कहा था कि 30 सालों से हमारे लोग शहीद हो रहे हैं.