15 जनवरी यानि सेना दिवस के मौके पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत तमाम लोगों ने देश के जवानों की वीरता को सलाम किया है. सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने चीन को दो टूक शब्दों में चेताया कि कोई भी देश भारत के सब्र का इम्तिहान लेनी की गलती ना करे. आर्मी चीफ ने कहा- सीमा पर एकतरफा तरीक़े से यथास्थिति बदलने के षड्यंत्र का भारत की ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया गया है. मैं देशवासियों को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि गलवान घाटी में अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा. हम बातचीत के ज़रिए मसले का समाधान करने के पक्षधर हैं. किसी को भारत के सब्र का इम्तिहान लेने की गलती नहीं करनी चाहिए. तो पाकिस्तान पर सेना प्रमुख बोले कि पड़ोसी देश अब भी आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है.