रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के भारत पहुंचने से पहले ही दोनों देशों के बीच सोमवार को एक अहम रक्षा समझौता हुआ है. भारत और रूस के बीच में AK-203 राइफल को लेकर 5100 करोड़ रुपये के रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर हो गया है. जिसके तहत 5 लाख AK-203 राइफल्स का निर्माण मेक इन इंडिया के तहत उत्तर प्रदेश के अमेठी में होगा. दिल्ली पहुंचे रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु (Sergey Shoigu) और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके लिए दोनों देशों ने एक नई कंपनी तैयार की है, जो 'इंडिया रशिया राइफल्स प्राईवेट लिमिटेड' (आईएसआरपी) के नाम से जानी जाएगी.
बता दें भारतीय सेना लंबे समय इंसास राइफल की दिक्कतों से जूझ रही थी. इंसास को वर्ष 1990 के दशक में सेना में शामिल किया गया था. इंसास राइफल को डीआरडीओ ने बनाया था. कई वर्षों से भारतीय सेना और पैरामिलिटरी फोर्स इंसास राइफल का विकल्प खोज रही थी.
यह भी पढ़ें: Delhi में गर्मजोशी से मिले मोदी-पुतिन, कई अहम रक्षा समझौतों पर लगी मुहर
AK-203 राइफल की खूबियां
- AK-203 राइफल की रेंज 300 मीटर
- या 300 से अधिक फुटबॉल मैदान के बराबर
- राइफल वजन में हल्की और मजबूत भी
- इस असॉल्ट राइफल से 7.62 मिमी के किए जा सकते हैं राउंड फायर
- नई राइफल में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल
- भारतीय सेना के ऑपरेशंस को और बेहतर बनाएंगी