BJP National Executive Meeting: दिल्ली में रविवार को हुई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के तमाम नेता शामिल हुए. इस दौरान पीएम मोदी ने संगठन में सेवा भावना से काम करने का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि, सहजता ही जीवन है, सभी नेता सहज रहे. कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए वो बोले कि, सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है और इस कोरोना काल में कार्यकर्ताओं ने सेवा की नई संस्कृति की शुरुआत की है.
पीएम ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को सामान्य आदमी के मन के विश्वास का पुल बनना चाहिए. हम मेहनत व जनता की सेवा से आगे बढ़े हैं. प्रधानमंत्री के संबोधन की जानकारी मीडिया से साझा करते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने ये बातें बताईं.
इसके अलावा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ही इकलौते ऐसे मुख्यमंत्री थे, जो इस बैठक में शामिल हुए. बाकी बीजेपी के सभी मुख्यमंत्री अपने अपने प्रदेश मुख्यालय से शामिल हुए थे. इतना ही नहीं बैठक में पार्टी की टॉप लीडरशिप ने योगी को राजनीतिक प्रस्ताव रखने के लिए भी चुना. वहीं, अपने संबोधन में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 1984 के दंगों के आरोपियों को सजा दिलाने, और गुरूद्वारों को विदेशों से मिलने वाली मदद और लंगर सेवा को जीएसटी के दायरे से बाहर रखने का जिक्र करते हुए सिखों को साधने की कोशिश भी की.
बता दें कि , बीजेपी कार्यकारिणी की इस बैठक में पीएम मोदी, के आलाव लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, समेत तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे.
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