देश में पहली डिजिटल जनगणना का रास्ता साफ हो गया है. वित्त मंत्री ने बजट भाषण में इसके लिए 3,768 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं. मतलब अब देश में पहली बार जनगणना पारंपरिक कागज-कलम की बजाय इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए की जाएगी. हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही इस बारे में बताया था कि अगली जनगणना डिजिटल होगी. उन्होंने बताया था कि जनगणना के आंकड़ों को मोबाइल ऐप के जरिए से इकट्ठा किया जाएगा, ऐप में 16 भाषाएं होंगी. इस मोबाइल ऐप पर लोग अपने परिवार के बारे में सारी जानकारी अपलोड कर सकेंगे. सरकार ने घोषणा की थी कि अगली जनगणना 1 मार्च 2021 से शुरू होगी.