17 तोपों की सलामी ...
तीनों सेनाओं का बैंड ...
800 जवानों का सैल्यूट ...
तीनों सेनाओं के 12 ब्रिगेडियर रैंक के अफसरों ने दिया कांधा ...
भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. जनरल रावत और उनकी पत्नी को एक साथ एक ही चिता में अग्नि दी गई.
दोनों बेटियों कृतिका और तारिनी ने मुखाग्नि देकर पापा-मम्मी को पंचतत्व में विलीन किया.
इससे पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर उनके आवास से दिल्ली कैंट के बरार स्काव्यर लाया गया. यहां सबसे पहले उनकी बेटियों और परिवार वालों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम श्रद्धांजलि दी. बेटियां पापा-मम्मी के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करते हुए फफक पड़ीं...
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी देश के टॉप कमांडर को आखिरी सलाम किया...
तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भी देश के पहले CDS को दी अंतिम सलामी दी ...
बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल और भूटान के टॉप सैन्य कमांडर भी जनरल रावत को विदाई देने के लिए आए ...
जनरल रावत अमर रहें और वंदे मातरम के नारे भी लगे ...
और नम आंखों से देश ने अपने टॉप जनरल को विदा किया.
आपको बता दें कि बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में देश ने अपना पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ खो दिया. जनरल रावत पीओके में हुए सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर म्यांमार में हुए मिलिट्री ऑपरेशन तक में शामिल थे.
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