केंद्र सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को इस बार पराक्रम दिवस के रूप में मानाने का ऐलान किया है. संस्कृति मंत्रालय ने इस बाबत जानकारी दी और कहा की जल्द ही इस से जुड़े कार्यक्रमों की रूप देखा भी सार्वजनकि की जाएगी. नेताजी की 125वीं जयंती मनाने के लिए केंद्र सरकार ने गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया है. यह समिति अगले साल 23 जनवरी से एक वर्ष तक 125वीं जयंती के वर्ष में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों व समारोहों की रूपरेखा तय करेगी. हालांकि कुछ लोग सरकार के इस फैसले को पश्चिम बंगाल के विधान सभा चुनाव से जोड़ कर भी देख रहे हैं और उनका कहना है कि बीजेपी बंगाल में नेताजी के नाम का इस्तेमाल कर पॉलिटिकल माइलेज लेना चाहती है.