चार दिनों तक चलने वाला आस्था का महापर्व छठ (Chhath Puja) गुरुवार सुबह भगवान सूर्य को अर्घ्य (Arghya to Lord Surya) देने के साथ समाप्त हो गया. देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में यमुना नदी (Yamuna River) किनारे अलग-अलग क्षेत्रों में बनाए गए घाटों पर व्रतियों ने अर्घ्य दिया. दिल्ली में यमुना नदी में तैर रहे जहरीले सफेद झाग के बीच ही छठ व्रतधारी डुबकी लगाते दिखे. वहीं बिहार (Bihar), झारखंड (Jharkhand), गुजरात, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल सहित देश के ज्यादातर हिस्सों में व्रतियों ने उगते सूर्य को नमन किया.
वैसे तो छठ महापर्व मुख्यत: बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड में लोग मनाते हैं लेकिन अब ये लोकल से ग्लोबल हो चुका है. इस साल छठ पर्व की शुरुआत सोमवार को स्नान यानी नहाय-खाय के साथ हुई. इसके बाद बुधवार को डूबते सूरज को अर्घ्य दिया गया. और फिर गुरुवार को उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ इस पर्व का समापन हुआ.
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इस दौरान मुंबई से लेकर पटना तक नदियों के किनारे अद्भुत नजारा दिखा. लोगों ने बड़ी ही श्रद्धा के साथ इस पर्व को मनाया. देश के अलावा विदेशों से भी मसलन नेपाल, अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देशों में भी पूर्वी भारत के लोगों ने छठ मनाया.