Power crisis: देश पर बिजली संकट का खतरा मंडरा रहा है. देश के 72 पावर प्लांट (Power plant) में बिजली का उत्पादन ठप पड़ने की आशंका है. इसकी वजह कोयले (Coal shortage) की कमी बताई जा रही है. भारी बारिश (Heavy rain) की वजह से घरेलू कोयला उत्पादन प्रभावित हो रहा है. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार (International market) में कोयले की कीमत में भारी वृद्धि के चलते आपूर्ति तुरंत सुधरने की उम्मीद कम है. कोयला मंत्रालय का कहना है कि ताप बिजली घरों में कोयले की मांग में अचानक बड़ी वृद्धि की वजह से समस्या पैदा हुई है.
केंद्र सरकार कम कोयला भंडार वाले थर्मल पावर प्लांट्स को कोयले की आपूर्ति में प्राथमिकता देने की बात कह चुकी है. इसके बावजूद आंकड़ा दिखा रहा है कि पिछले एक महीने में ऐसे थर्मल पावर प्लांट्स की संख्या तेजी से बढ़ी है, जिनके पास प्लांट को 8 दिन चलाने के लिए भी पर्याप्त कोयला नहीं है. वहीं ऊर्जा मंत्रालय की मानें तो अगर वक्त पर कोयला उपलब्ध नहीं हुआ तो देश में बड़ा बिजली संकट खड़ा हो सकता है.
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