24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन (Omicron) के पहले केस की पुष्टि के बाद मात्र कुछ ही दिनों ये नया वेरिएंट दुनिया के 38 देशों में फैल चुका है. भारत में भी इस वेरिएंट के आने के बाद प्रशासन और पब्लिक को कोरोना की तीसरी लहर की आशंका का डर सताने लगा है. इसी बीच स्वास्थ्य मामलों पर बनी संसद की स्थायी समिति ने शुक्रवार को सरकार को सुझाव दिया है कि वह भारतीयों में बूस्टर डोज (booster dose) के उपयोग और प्रभाव पर जांच और अध्ययन करवाए.
समिति की रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि सरकार जांच सुविधाओं को सुधारें, खासतौर से ग्रामीण इलाकों में, पीएचसी और सीएचसी को जांच केंद्रों से जोड़ें. एयरपोर्ट पर यात्रियों की जांच गहनता से हो, जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए बुनियादी सुविधाओं को सुधारें और टीकाकरण में और तेजी लाई जाए.