देश में कोरोना की दूसरी लहर (Corona Secod Wave) के दौरान लाखों जिंदगियां लील गया डेल्टा वैरिएंट अब और ज्यादा खतरनाक रूप में सामने आ रहा है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसे AY.1 या डेल्टा+ नाम दिया गया है, जो इतना खतरनाक है कि, कोरोना मरीजों को दी जा रही मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज कॉकटेल कैसिरिविमैब (Casirivimab) जो कोरोना के खिलाफ सबसे कारगर दवाओं में से एक मानी जाती है वो भी इसपर बेअसर साबित हो सकती है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि, ब्रिटेन की स्वास्थ्य संस्था पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) के मुताबिक डेल्टा वैरिएंट में बदलावों की रुटीन जांच के दौरान 63 जीनोम नए K417N म्यूटेशन के साथ सामने आए हैं. इस नए कोविड वैरिएंट्स पर PHE की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 7 जून तक डेल्टा+ वैरिएंट के 6 केस सामने आ चुके हैं.
कई एक्सपर्ट्स का दावा ये भी है कि AY.1 या डेल्टा+ नामक वैरिएंट मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल दवा के असर को कम करके संक्रमित लोगों के लिए और ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है.