Gazipur Border: मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में नवंबर 2020 से बंद पड़े दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर की सड़क पर से शुक्रवार को बैरिकेड और कांटेदार तार को पुलिस ने हटाया. किसानों (Kisan Protest) की 26 जनवरी को दिल्ली में ‘ट्रैक्टर परेड’ के दौरान हुई हिंसा के बाद, पुलिस ने यहां लोहे और सीमेंट के बैरिकेड और कांटेदार तार लगाए थे. पुलिस ने नेशनल हाईवे-9 (दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे फ्लाईओवर) पर शाम तक तार और लोहों की कीलें हटा दी थीं. हालांकि, वहां किसानों के तंबू और दूसरे अस्थायी ढांचे अब भी मौजूद हैं.
हालांकि अभी इस रूट पर ट्रैफिक का संचालन शुरू नहीं हुआ है. प्रशासन ने अभी सिर्फ इमरजेंसी गाड़ियों के आने-जाने की ही अनुमति दी है.
बैरिकेड हटाए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने एक बयान जारी कर कहा है - "पुलिस द्वारा गाजीपुर बॉर्डर से बैरिकेडिंग हटाए जाने के बाद तमाम अफवाहों का दौर जारी है. इस संबंध में भारतीय किसान यूनियन स्पष्ट करना चाहती है कि मोर्चा यथावत चलता रहेगा. मोर्चे पर कोई बदलाव नहीं है. पुलिस ने 26 जनवरी के बाद रास्ता रोका था. सुप्रीम कोर्ट में मोर्चे के शपथ पत्र के बाद दिल्ली पुलिस अपनी गलती सुधार रही है.
आपको बता दें कि 21 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली से सटे बॉर्डरों पर जो सड़कें रुकी पड़ी हैं उन्हें खोलने का आदेश दिया था. बता दें कि गाजीपुर का रास्ता खुल जाने से गाजियाबाद, दिल्ली और नोएडा के लोगों को काफी राहत मिलेगी.