Rajya Sabha MP's Suspension: मॉनसून सत्र में हंगामे को लेकर शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के फैसले को विपक्षी दलों ने तानाशाही करार दिया है. सस्पेंशन के फैसले के बाद 12 विपक्षी पार्टियों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा, "विपक्षी दलों के नेता एकजुट होकर 12 सदस्यों के अनुचित और अलोकतांत्रिक निलंबन की निंदा करते हैं, जो शीतकालीन सत्र की पूरी अवधि के लिए सदस्यों के निलंबन से संबंधित राज्यसभा की प्रक्रिया के सभी नियमों का उल्लंघन है."
हालांकि विपक्ष के इस साझा बयान में TMC शामिल नहीं है, जबकि उसके भी दो सांसद सस्पेंड हुए हैं. निलंबित TMC सांसद डोला सेन ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अराजक और तानाशाह है.
विपक्षी पार्टियों ने इसके खिलाफ आगे की रणनीति बनाने के लिए मंगलवार को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के दफ्तर में बैठक बुलाई है. खड़गे ने बैठक के बारे में बताते हुए कहा कि अगर दूसरों के लिए आवाज उठाने वालों की आवाज दबाई जाती है, तो यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है.
निलंबित सांसदों में शामिल कांग्रेस की छाया शर्मा और शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी इस फैसले को अन्यायपूर्ण और असंसदीय बताया है.