डिजिटल मीडिया पर तेजी से फैल रही फेक न्यूज पर अब लगाम लगाने की तैयारी हो रही है. इस मामले पर IT पर बना संसदीय पैनल संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session) में सूचना एवं प्रोद्यौगिकी से जुड़ी एक खास रिपोर्ट पेश कर सकता है. पैनल की तरफ से तैयार रिपोर्ट में ‘राष्ट्र विरोधी’ रवैया को परिभाषित करने, पेड न्यूज, मीडिया ट्रायल्स, पक्षपात रिपोर्टिंग के साथ टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (TRP) के आकलन के लिए सही व्यवस्था और झूठी खबरों से निपटने के लिए कानून बनाने की बात कही गई है. माना जा रहा है कि 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में रिपोर्ट पर चर्चा हो सकती है.
कांग्रेस सासंद शशि थरूर (Shashi Tharoor) की अगुवाई वाली इस पैनल को लगता है कि 'यह बहुत चिंता की बात है कि मीडिया, जिसे हमारे लोकतंत्र में नागरिक का भरोसेमंद हथियार माना जाता और जनहित में संरक्षक के रूप में काम करता था, वह अब धीरे-धीरे अपनी विश्वसनीयता को खोता जा रहा है. खबरों के अनुसार, मीडिया सेक्टर के लिए बन रहे कानून में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को कवर किया जाएगा। कहा जा रहा है कि प्रस्तावित कानून, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया, सिनेमा और नेटफ्लिक्स और हॉटस्टार जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर भी लागू किया जाएगा.
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