तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) की वापसी और आगे आंदोलन की दशा और दिशा क्या होगी इसे लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM Meeting) की एक अहम बैठक हुई. रविवार को सिंघु बॉर्डर पर हुई इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा ने साफ कहा कि, जब तक सरकार तीनों कानूनों को पूरी तरह से वापस लेकर नोटिफिकेशन सार्वजनिक नहीं करती तब तक ये आंदोलन खत्म नहीं होगा.
किसान नेता ने आगे जानकारी दी कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र (Latter to PM) लिखा जाएगा, जिसमें लखमीपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) घटना के लिए मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने समेत बाकी मुद्दों को उठाया जाएगा. एमएसपी कमिटी की रूपरेखा, पराली कानून, डीजल की कीमतों को कम करने के लिए भी लिखा जाएगा. अब इस मसले पर अगली बैठक 27 नंवबर को फिर से होगी.
बलबीर सिंह ने आगे जानकारी दी कि, जो पहले से तय कार्यक्रम थे, वो जारी रहेंगे. जैसे 22 नवंबर को लखनऊ में किसान महापंचायत होगी. तो वहीं 26 नवंबर को सभी बॉर्डर पर किसान बड़ी संख्या में जुटेंगे. और 29 नवंबर का जो संसद मार्च का कार्यक्रम है, वो अभी वैसे ही रहेगा.