किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh tikait) ने लोकसभा में कृषि कानूनों (Farm Laws) की वापसी का विधेयक पास होने को सामान्य प्रक्रिया बताया और अन्य मुद्दों पर आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया. टिकैत ने कहा कि संसद में विधेयक पास होने की खुशी क्या मनाएं जब आंदोलन में 750 से ज्यादा किसान (Farmers) मर गए. बकौल टिकैत केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों की वापसी सुनिश्चित की है लेकिन अभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्यों समेत कई मुद्दे हैं जिन पर सरकार ने चुप्पी साधी हुई है.
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टिकैत बोले कि कृषि कानून एक बड़ी बीमारी थी जो कट गई लेकिन अभी बाकी समस्याओं पर भी बात होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 4 दिसंबर को किसान संगठन बैठक करेंगे जिसमें आंदोलन की आगे की रुपरेखा तय की जाएगी. MSP एक बड़ा सवाल है, पॉल्यूशन की समस्या है, 10 साल पुराने ट्रैक्टर का भी मुद्दा है.
संसद में विपक्ष के हंगामे का समर्थन करते हुए टिकैत ने कहा कि विपक्ष MSP और अन्य मुद्दों पर चर्चा की बात कर रहा है तो ठीक ही कर रहा है.