तीन कृषि कानूनों (three agricultural laws) के विरोध में प्रदर्शन कर रही संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) ने अपने ही बड़े नेता योगेन्द्र यादव (Yogendra Yadav) को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है...मोर्चा ने यह फैसला योगेंद्र यादव के लखीमपुरखीरी हिंसा (Lakhimpurkhiri Violence) में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता के घर जाने और संवेदना प्रकट करने के बाद लिया है...योगेन्द्र के इस कदम से पंजाब के किसान संगठन नाराज थे और उन पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे.
ये भी पढ़ें: Kisan Andolan: क्या अब संसद पर धरना देंगे राकेश टिकैत? जानें बैरिकेडिंग पर किसानों का जवाब
दरअसल, योगेंद्र यादव लखीमपुरखीरी हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए थे. बीते 12 अक्टूबर को उन्होंने इस संबंध में ट्वीट भी किया था. तस्वीरों के साथ उन्होंने ट्वीट में लिखा था- शहीद किसान श्रद्धांजलि सभा से वापसी में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गया. परिवार ने हम पर गुस्सा नहीं किया. बस दुखी मन से सवाल पूछे- क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन-रिएक्शन वाली बात क्यों कही? उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं!'
बता दें कि बीते 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर थार गाड़ी चढ़ा दी गई थी. जिसमें चार किसान और एक पत्रकार की जान चली गई थी. इसके बाद भड़की हिंसा में चार बीजेपी के कार्यकर्ताओं की भी मौत हुई थी. किसानों को थार से कुचलने वाले मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा मुख्य आरोपी बने. बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. अब किसान संगठन केन्द्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.