विवादित कृषि कानूनों(Controversial Farm Laws) के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को 7 महीने पूरे होने के मौके पर शनिवार को देशभर में कई जगह किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर राजभवनों के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं और इनका मकसद अपनी मांगों को ज्ञापन को राज्यपालों तक पहुंचाना है. इस मौके पर हरियाणा के पंचकूला से भी तस्वीरें सामने आई जहां हजारों की संख्या में किसान जमा हुए और मार्च निकाला. वहीं दिल्ली और लखनऊ में भी किसान ट्रैक्टर मार्च(Tractor March) निकाला गया. इधर टिकरी बॉर्डर(Tikri Border) पर किसान 'किसानी बचाओ, लोकतंत्र बचाओ' की मुहीम चला रहे हैं. इधर संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव ने बताया, किसान आंदोलन अब नए दौर में प्रवेश कर रहा है. इसी कड़ी में पूरे देश के किसान एकजुट होकर विभिन्न राज्यों के राज्यपालों के जरिये राष्ट्रपति को रोष-पत्र भेजकर अपनी मांगें सामने रख रहे हैं.
सभी किसान संगठन अलग-अलग राज्यों में राज्यपालों को कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए ज्ञापन भी सौंपा. सबसे पहले बात चंडीगढ़ के पंचकुला की जहां गुरुद्वारा नाडा साहिब में किसान इकट्टा हुए. प्रशासन ने किसानों के मार्च को देखते हुए भारी सुरक्षा तैनात किया था. इसके साथ ही राजधानी दिल्ली और लखनऊ में भी किसान ट्रैक्टर मार्च(Tractor March) निकाला गया. वहीं गाजीपुर बॉर्डर(Ghazipur Border) पर किसान नेता गौरव टिकैत ने कहा है कि वो राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करेंगे. वहीं टिकरी बॉर्डर(Tikri Border) पर किसान 'किसानी बचाओ, लोकतंत्र बचाओ' की मुहीम चलाएंगे.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने अपनी गिरफ्तारी की भी बात कही थी लेकिन गाजियाबाद और दिल्ली पुलिस ने इस खबर का खंडन किया.