Bharat Bandh: दस महीने के आंदोलन के बावजूद नए कृषि कानूनों (agricultural laws) के रद्द नहीं होने से नाराज किसानों ने अब आंदोलन तेज करने का फैसला लिया है. इसी के तहत सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद का आवाह्न किया है, जिसके लिएं संगठन ने आम लोगों के साथ राजनीतिक पार्टियों का भी समर्थन मांगा है. संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि यह बंद सोमवार को सुबह 6 बजे से लोकर शाम चार बजे तक रहेगा. इस दौरान सभी सरकारी और निजी दफ्तर, शिक्षण संस्थान, दुकानें, उद्योग और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. जबकि. अस्पतालों, दवा की दुकानें, एंबुलेंस, राहत-बचाव कार्य और दूसरी इमरजेंसी सेवा पर कोई रोक नहीं रहेगी.
वहीं बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि भारत सरकार को तीनों कृषि कानूनों को जल्द से जल्द निरस्त करना चाहिए. यदि नहीं, तो संयुक्त किसान मोर्चा देश के हर हिस्से में जाकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगा और चुनावी राज्यों में अभियान चलाएगा. इसके अलावा टिकेत ने ट्वीट कर कृषि कानूनों के साथ दो और मोर्चे पर सरकार से लड़ाई की तैयारी की बात कही है. उन्होने लिखा है कि किसान यूनियन काले कृषि कानूनों के साथ ही गन्ने और बिजली के मुद्दे पर भी मोर्चेबंदी करेगी.