केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान (farmer) एक बार फिर बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं. पिछले साल शुरू हुए आंदोलन (protest) को इस बुधवार यानी 26 मई को छह महीने पूरे होने जा रहे हैं, इस मौके पर किसान संगठनों ने 'काला दिवस' (Black day) मनाने की घोषणा की है. रविवार को हरियाणा और पंजाब से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के समीप सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) के लिए रवाना हुए. इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर फिर से बातचीत करने का प्रस्ताव रखा है. जिसको लेकर उम्मीद जताई जा रही हैं कि आने वाले दिनों में केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच फिर से बातचीत का दौर शुरू हो सकता है.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर अपील की है कि, 26 मई को सभी किसान अपने घर पर काले झंडे लगाएं, गांव में सभी किसान सरकार का पुतला दहन करें, समस्त किसान गांव के मुख्य चौराहों पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करें.