चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने मंगलवार को एलओसी और जम्मू कश्मीर में चल रही गतिविधियों पर न्यूज एजेंसी एएनआई से बात की. चीन (China) को लेकर जनरल बिपिन रावत ने कहा कि गलवान घाटी (Galwan Clash) और पूर्वी लद्दाख के दूसरे इलाकों में हुई झड़प के बाद चीनी तैनाती में खास बदलाव आया है.
चीन ने महसूस किया है कि उन्हें बेहतर ट्रेनिंग की आवश्यकता है. सीडीएस रावत ने आगे कहा, "चीन के सैनिक मुख्य रूप से सिविलियन स्ट्रीट से आते हैं. वह कुछ समय के लिए तैनात किए जाते हैं. उन्हें इस तरह के इलाकों में लड़ने और इस तरह के इलाके में काम करने का ज्यादा अनुभव नहीं है. इसके लिए विशेष ट्रेनिंग की जरूरत पड़ती है जिसमें हमारे सैनिक बहुत ही कुशल हैं.
ANI को दिए इंटरव्यू में बिपिन रावत ने कहा कि हमने नॉर्दर्न बॉर्डर पर कुछ अतिरिक्त सैनिक तैनात किए हुए हैं क्योंकि चीनी सेना और ज्यादा सक्रिय हो रही है और यह हमारे लिए मुख्य खतरा है.
पाकिस्तान के मुद्दे पर रावत ने कहा कि दोनों देशों में सीजफायर के बाद हथियारों की तस्करी और घुसपैठ में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि हम हथियारों और गोला बारूद की तस्करी और ड्रोन के इस्तेमाल को भी देख रहे हैं. यह हमारे देश की आंतरिक शांति के लिए सही नहीं है.
यह भी पढ़ें | India-China Talks: 24 जून को फिर वार्ता संभव, 3 महीने बाद होगी बातचीत