चीन (China) के साथ समझौते के बाद पूर्वी लद्दाख (Laddakh) में पैंगोंग झील (Pangong lake) क्षेत्र से सैनिकों के हटने के बाद भारत (India) के लिए खतरा केवल कम हुआ है, लेकिन यह बिल्कुल खत्म नहीं हुआ है. ये कहना है थलसेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे (MM Naravane) का. गुरुवार को ‘इंडिया इकॉनामिक कांक्लेव’में उन्होंने कहा कि यह कहना गलत होगा कि चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में उन क्षेत्रों में अब भी बैठे हैं जो पिछले साल मई में गतिरोध शुरू होने से पहले भारत के नियंत्रण में थे. उन्होंने कहा कि LAC के पीछे के क्षेत्रों में सैन्य शक्ति उसी तरह बरकरार है जिस तरह यह सीमा पर तनाव के चरम पर पहुंचने के समय थी. नरवणे (Army Chief) ने कहा कि क्षेत्र में गश्त शुरू नहीं हुई है, क्योंकि तनाव अभी काफी है और टकराव की स्थिति हमेशा रहती है.