कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल से अधिक वक्त तक प्रदर्शन करने के बाद अब किसान (Farmer Protest) दिल्ली के तमाम बॉर्डर्स से पूरी तरह हट रहे हैं. बुधवार सुबह सिंघु बॉर्डर (singhu border) पर लगे बैरिकेड्स पूरी तरह हटा दिए गए जबकि गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर (Ghazipur and Tikri Border) के बैरिकेड्स भी दिन चढ़ने के साथ हटा दिए गए.
हालांकि नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कहना है कि दिल्ली और गाजियाबाद (Ghaziabad) को जोड़ने वाला गाजीपुर बॉर्डर और नेशनल हाईवे 44 पर आमलोगों की आवाजाही जनवरी में ही शुरू हो पाएगी. क्योंकि किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने भी कुछ पक्के बैरिकेड बना दिए थे. उन्हें हटाने और फिर पूरे निरीक्षण के बाद ही बॉर्डर खुलेंगे.
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गाजीपुर बॉर्डर पर बुधवार सुबह करीब 9 बजे किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ मुजफ्फरनगर किसान भवन सिसौली तक फतेह मार्च निकालते हुए वापसी की. इस मौके पर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के बुलावे पर NCR के किसान भारी संख्या में ट्रैक्टर-ट्राली लेकर पहुंचे थे. फिलहाल यूपी गेट आंदोलन स्थल से भाकियू के अधिकांश तंबू व टेंट हट गए हैं. आंदोलन स्थल खाली करने से पहले किसानों ने वहां हवन-पूजन भी किया.किसानों का फतेह मार्च गाजियाबाद, हापुड़, मोदीनगर मुरादनगर और मेरठ होते हुए खतौली रवाना होगा