देशभर में पिछले कुछ दिनों से जारी डेंगू (dengue) के कहर के बीच इसके इलाज को लेकर एक अच्छी खबर आई है. बताया जा रहा है कि डेंगू पर शोध करनेवाले भारतीय वैज्ञानिकों ने इसकी दवा (medicine) तैयार कर ली है. केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान लखनऊ के वैज्ञानिकों को यह सफलता हाथ लगी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये दवा प्लांट बेस्ड है और इसकी प्रकृति एंटी वायरल है.
दवा की लैब टेस्टिंग और चूहों पर प्रयोग के नतीजे सफल रहे हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार मुंबई की एक बड़ी फार्मास्युटिकल कंपनी दवा को तैयार करने में भी जुटी है...जिसे ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) से दवा के ह्यूमन ट्रायल (Human trial)की अनुमति भी मिल गई है. देश के 20 मेडिकल कॉलेजों में ट्रायल की तैयारियां चल रही हैं. इनमें कानपुर, लखनऊ, मुंबई और आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज समेत अन्य के नाम शामिल होंगे. हर केंद्र पर 100 मरीजों पर दवा का ट्रायल किया जाएगा. अब आपको बताते हैं कि इसके ट्रायल के नियम क्या हैं?
ट्रायल के लिए जरूरी नियम
डेंगू पीड़ित की उम्र 18 वर्ष से ऊपर हो
मरीज में डेंगू की पुष्टि 48 घंटे पहले हुई हो
मरीज को 8 दिन तक अस्पताल में रखा जाएगा
7 दिन तक उसे दवा की डोज दी जाएगी
इलाज के 17 दिन बाद तक रखी जाएगी निगरानी