Gurudwara offers space: गुरुग्राम में खुले में नमाज़ अदा करने को लेकर विवाद और सियासी बवाल के बीच सौहार्द की अनोखी मिसाल भी देखने को मिल रही है. पहले हिंदू समुदाय के एक व्यापारी ने जुमे की नमाज (Namaz) अदा करने के लिए मुसलमान भाइयों के लिए अपनी दुकान खोल दी और अब गुरुद्वारों के एक स्थानीय संघ ने नमाज़ के लिए गुरुद्वारे के द्वार खोलने की घोषणा की है.
1934 में बने सोना चौक गुरुद्वारे के अध्यक्ष शेरदिल सिंह सिंधु ने कहा, जो कुछ हो रहा है, हम उस पर मूकदर्शक नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि किसी को भी इबादत से रोकना गुनाह है, हर धर्म के लोगों के पूजा पाठ के लिए गुरुद्वारा हमेशा खुला है. अगर मुस्लिम भाई चाहते हैं तो शुक्रवार की जुमे की नमाज शहर के पांचों गुरुद्वारा में अदा कर सकते हैं. उनके इस बयान का गुड़गांव मुस्लिम काउंसिल के संस्थापक अल्ताफ अहमद ने स्वागत किया है.
बता दें कि गुरुग्राम (Gurugram) के सेक्टर 12-ए में शुक्रवार को खुले में होने वाली नमाज के विरोध खूब बवाल मचा, कई हिंदू संगठनों ने इसे लेकर प्रशासन को चेतावनी देने के साथ ही प्रदर्शन किया था.