आंदोलन कर रहे किसानों का मु्द्दा रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग जैसी अंतर्राष्ट्रीय शख्सियतों की ओर से उठाए जाने के बाद मोदी सरकार ने बुधवार को एक सख्त बयान जारी किया. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए इस बयान में कहा गया कि ऐसे मसलों पर टिप्पणी करने से पहले फैक्ट्स देखें जाएं और मसले को भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों के संदर्भ में समझना चाहिए. बयान में ये भी कहा गया कि सोशल मीडिया सेलेब्रिटीज़ की ओर से हैशटैग की सनसनी में शामिल होना गैर-जिम्मेदाराना है.सरकार की ओर से आगे ये भी कहा गया कि कानूनों को संसद में बहस और चर्चा के बाद पास किया गया और किसानों का एक छोटा वर्ग ही इन कानूनों के बारे में मुख्तलिफ राय रखता है.